Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2023 · 1 min read

शहर के माहौल

ये शहर के माहौल तअ
बहुते खराब बा
लूट-मार के खाए के
सबके रिवाज बा…
(१)
केहू के केहू नइखे
एइजा पूछे वाला
जानवर के झूंड में
बदलल समाज बा…
(२)
पइसा के पीछे दउड़ेला
आंख मुंद के सभे
आतमा जे बेच दीहल
उहे कामयाब बा…
(३)
दोस्ती औरी प्यार भईल
पिछला जनम के बात
अपना कसम के केहू में
अब ना लिहाज बा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#महंंगाई #अवामी #जनवादी #Labour
#राजनीतिक #singer #बगावत #प्रवासी
#lyricist #आदिवासी #भोजपुरी #झुग्गी
#गीतकार #चुनावी #कवि #इंकलाब #चौक
#मजदूर #श्रमिक #गरीब #दलित #दिहाड़ी

Language: Bhojpuri
243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्यार जिंदगी का
प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
यह जिंदगी मेरी है लेकिन..
यह जिंदगी मेरी है लेकिन..
Suryakant Dwivedi
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दोहा
दोहा
n singh
3310.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3310.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मजदूर
मजदूर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बड़े ही वो हो
बड़े ही वो हो
sheema anmol
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
🙅शाश्वत सत्य🙅
🙅शाश्वत सत्य🙅
*प्रणय प्रभात*
दो किनारे हैं दरिया के
दो किनारे हैं दरिया के
VINOD CHAUHAN
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
Ramji Tiwari
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
shabina. Naaz
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
Ravi Prakash
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
शीर्षक -शबरी राह निहारे!
शीर्षक -शबरी राह निहारे!
Sushma Singh
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
वीर जवान --
वीर जवान --
Seema Garg
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्रेमिका से
प्रेमिका से
Shekhar Chandra Mitra
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
अब वक्त भी बदलने लगा है
अब वक्त भी बदलने लगा है
पूर्वार्थ देव
विजय द्वार (कविता)
विजय द्वार (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
लिखने जो बैठता हूँ
लिखने जो बैठता हूँ
हिमांशु Kulshrestha
हमारी शान है हिन्दी,   हमारा मान है हिन्दी।
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अपने दिल से
अपने दिल से
Dr fauzia Naseem shad
सुनो - दीपक नीलपदम्
सुनो - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
श्री राम।
श्री राम।
Abhishek Soni
Loading...