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13 Jan 2023 · 1 min read

तेरे बिना

तेरा मिलना
तेरा बिछड़ना
क्या से क्या
मुझे कर गया
ज़िंदा तो मैं
पहले भी न था
लेकिन तेरे बिना
अब मर गया…
(१)
उस रात जब
शहनाई बजी
मुझ पर ही मेरी
तनहाई हंसी
दर्पण में जो
देखा चेहरा तो
अपने आप से
ही मैं डर गया…
(२)
जैसे अपना
सबकुछ हारकर
लौटा करता है
जुआरी कोई
तेरी डोली के
जाने के बाद
इस तरह मैं अपने
घर गया…
(३)
आई है फिर
बहार तो क्या
मौसम में है
निखार तो क्या
जिस दुनिया में
तेरा प्यार नहीं
उस दुनिया से
मेरा दिल भर गया…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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