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9 Dec 2022 · 1 min read

कुछ हम भी बदल गये

पलकों पे जो ठहरे थे
वो आंसू मचल गये ।
तेरी भी कुछ ख़ता थी
कुछ हम भी बदल गये ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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