Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2022 · 1 min read

मेरी आंखों में

नींद आये भी कैसे आंखों में ।
मेरी आंखों में ख़्वाब चुभते हैं ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
20 Likes · 233 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

ममता
ममता
Rambali Mishra
FB68 còn nổi bật với hệ thống livestream các sự kiện thể tha
FB68 còn nổi bật với hệ thống livestream các sự kiện thể tha
Fb68
सफ़र
सफ़र
Shashi Mahajan
करो देश से प्यार
करो देश से प्यार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नूर ए मुजस्सम सा चेहरा है।
नूर ए मुजस्सम सा चेहरा है।
Taj Mohammad
स्याही की इक बूँद
स्याही की इक बूँद
Atul "Krishn"
मेहँदी......
मेहँदी......
sushil sarna
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
Shyam Sundar Subramanian
विभजन
विभजन
Bodhisatva kastooriya
गुजार दिया जो वक्त
गुजार दिया जो वक्त
Sangeeta Beniwal
प्रेम मोहब्बत इश्क के नाते जग में देखा है बहुतेरे,
प्रेम मोहब्बत इश्क के नाते जग में देखा है बहुतेरे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
Plastic Plastic Everywhere.....
Plastic Plastic Everywhere.....
R. H. SRIDEVI
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
आधे अधूरे ख्वाब
आधे अधूरे ख्वाब
ललकार भारद्वाज
17)”माँ”
17)”माँ”
Sapna Arora
"नन्नता सुंदरता हो गई है ll
पूर्वार्थ
"आत्मा के अमृत"
Dr. Kishan tandon kranti
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
😊कुकडू-कुकडू😊
😊कुकडू-कुकडू😊
*प्रणय प्रभात*
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
जिनके नसीब में था वही मोअतबर हुए
जिनके नसीब में था वही मोअतबर हुए
Dr fauzia Naseem shad
3005.*पूर्णिका*
3005.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रक्षाबंधन - एक अटूट बंधन
रक्षाबंधन - एक अटूट बंधन
Savitri Dhayal
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
Monika Arora
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
Rajendra Kushwaha
स्वीकार करना है
स्वीकार करना है
surenderpal vaidya
*मिलता जीवन में वही, जैसा भाग्य-प्रधान (कुंडलिया)*
*मिलता जीवन में वही, जैसा भाग्य-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
" घटिया मिज़ाज के लोग
jyoti jwala
Loading...