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27 Oct 2022 · 1 min read

श्री राम के आदर्श

पहुंचे है भगवान आज
अपने निज धाम
जलाओ दीप घर में आज
आए हैं प्रभु राम

किया अधर्म का विनाश भी
मांगे रावण भी जीवन की भीख
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का
आचरण ही है उनकी असली सीख

राज पाठ को त्यागकर
गए थे वो वनवास
बढ़ गया था अधर्म जब
प्रभु से थी बस आस

मारा था जब खर दूषण को
हो गया था आभास
अयोध्या वासियों सहित देवों को भी
उन पर था पूर्ण विश्वास

चाहते जो वो अगर सीता जी को
तुरंत लंका से वापिस ले आते
तोड़ देते मर्यादा इंसान की अगर
मर्यादा पुरुषोत्तम कैसे कहलाते

मंज़िल ही नहीं रास्ता भी धर्म का हो
चाहे उसमें कितने ही कष्ट हो
सीख दी है श्री राम ने सत्य पर चलने की
चाहे सत्य की राह में कितने ही कष्ट हो

अधर्म कितना ही ताकतवर हो
उससे दूर ही रहना चाहिए
सुग्रीव और बालि में चुनना हो तो
सुग्रीव को ही चुनना चाहिए

वस्तुओं की कीमत की नहीं,
भावनाओं की कद्र होनी चाहिए
राजा महाराजाओं से करीबी ही नहीं
केवट की भी कद्र होनी चाहिए

आत्मसाध कर लें कुछ गुण
श्री राम के अगर हम
दिवाली मनाना सार्थक होगा
मिट जायेगा जीवन से तम।

Language: Hindi
17 Likes · 4 Comments · 1811 Views
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