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21 Oct 2022 · 1 min read

वक्त का लिहाज़

वक्त साथ देता नहीं किसी का
वक्त के साथ चलना पड़ता है
भाग्य किसी का बदलता नहीं
अपनी मेहनत से बदलना पड़ता है

वक्त तो सभी का होता है
वो किसी से पक्षपात करता नहीं
करता है जो इसका सदुपयोग
वो कभी पश्चाताप करता नहीं

कद्र करो वक्त की आज तुम
कल ज़माना तेरी कद्र करेगा
जो नहीं समझा इतनी सी बात
तुझे कल वक्त मुश्किल लगेगा

नहीं चाहता, वक्त को कोसो तुम
इसीलिए कह रहा, तुमसे आज
अपने बेहतर कल के लिए तुम्हें
चलना चाहिए वक्त के साथ आज

बढ़ना चाहता है जो भी आगे
वक्त किसी को रोकता नहीं
चलता है जो वक्त के साथ
फिर कोई उसे टोकता नहीं

गर वक्त लेता है इम्तिहान कभी
तू फिर किस्मत पर नहीं रोना
निखरकर अंगारों की भट्टी में ही
तो, निकलता है खरा सोना

हो असफल गर, अपने कर्मों के
परिणाम को, किस्मत पर न डाल तू
मिली नहीं भी सफलता तुम्हें अगर
अपनी कमियों को कर स्वीकार तू

मुश्किल नहीं है वक्त को मनाना
भूलकर सब, फिर हो जा तैयार तू
करेगा जब मेहनत दिल लगाकर
फिर, शिखर पर पहुंच जाएगा तू।

Language: Hindi
11 Likes · 1 Comment · 1047 Views
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