Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Oct 2022 · 1 min read

ये दिल है जो तुम्हारा

ये हंसी है जो तुम्हारी,
वह जिंदगी है हमारी।

ये दिल है जो तुम्हारा,
वही तो है मेरा सहारा।

ये आंखे है जो तुम्हारी,
वही तो राह दिखा रही।

ये चेहरा है जो तुम्हारा,
सब कुछ ले लिया मेरा।

ये चाल है जो तुम्हारी,
कही जान न लेले हमारी।

ये तड़पन है जो तुम्हारी,
वह तडपन अब हमारी।

ये कड़वाहट है जो तुम्हारी,
कही जिंदगी न लेले हमारी।

जो भूख प्यास है तुम्हारी,
वही भूख प्यास है हमारी।

जो प्यार में अड़चन तुम्हारी,
वही प्यार में अड़चन हमारी।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
3 Likes · 5 Comments · 620 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

पिता
पिता
Mamta Rani
True love
True love
Bhawana ranga
नैसर्गिक जो भी रहे, कर्म दिये सम्मान।
नैसर्गिक जो भी रहे, कर्म दिये सम्मान।
संजय निराला
दुनिया में आने में देरी
दुनिया में आने में देरी
Shekhar Chandra Mitra
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Rambali Mishra
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
VINOD CHAUHAN
सावन भादों
सावन भादों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रणय गीत --
प्रणय गीत --
Neelam Sharma
नैनों की भाषा पढ़ें ,
नैनों की भाषा पढ़ें ,
sushil sarna
कर्ण कृष्ण संवाद
कर्ण कृष्ण संवाद
Chitra Bisht
रात
रात
पूर्वार्थ
"जुल्मो-सितम"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हें अगर परेशानी हो मुझसे,
तुम्हें अगर परेशानी हो मुझसे,
Ajit Kumar "Karn"
जिंदगी एक पहेली
जिंदगी एक पहेली
Surinder blackpen
दोस्त
दोस्त
Iamalpu9492
M
M
*प्रणय प्रभात*
चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कविता : आँसू
कविता : आँसू
Sushila joshi
कोयले में मैंने हीरा पहचान लिया,
कोयले में मैंने हीरा पहचान लिया,
Jyoti Roshni
దేవత స్వరూపం గో మాత
దేవత స్వరూపం గో మాత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
क्या लिख दूँ
क्या लिख दूँ
Pushpa Tiwari
माँ गै करै छी गोहार
माँ गै करै छी गोहार
उमा झा
बेवफ़ा इश्क़
बेवफ़ा इश्क़
Madhuyanka Raj
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
खुशी मुझको मिलती है, सिर्फ़ तुमसे ही
खुशी मुझको मिलती है, सिर्फ़ तुमसे ही
gurudeenverma198
दिल मेरा तोड़कर रुलाते हो ।
दिल मेरा तोड़कर रुलाते हो ।
Phool gufran
युद्ध लड़ेंगें जीवन का
युद्ध लड़ेंगें जीवन का
Shweta Soni
भीगते हैं फिर एक बार चलकर बारिश के पानी में
भीगते हैं फिर एक बार चलकर बारिश के पानी में
इंजी. संजय श्रीवास्तव
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
Loading...