Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2022 · 1 min read

किरदार

क्यों भूल जाता है इंसान
पात्र है वो, नाटक उसका नहीं
जो लिखा है किरदार उसका
बस निभाना है उसे वही

निभाइए अपने किरदार को
प्रेम से जीवंत कर दीजिए
मिले जो भी दीन-ओ-दुखी
थोड़ी सी मदद कर दीजिए

कुछ नहीं जायेगा तुम्हारा
कभी मुस्कुरा दोगे अगर
दुआ मिलेगी तुम्हें, किसी का
जीवन संवार दोगे अगर

कुछ लेकर आए नहीं धरा पर
जायेगा भी कुछ साथ नहीं
जानते हो तेरी ये मोह माया
एक दिन रह जायेगी यहीं

न कर गुमान किसी बात का
पांव हमेशा जमीं पर ही रख
दिल को जो बात अखरती है तेरे
अपने दोस्तों के सामने रख

बांट ले कुछ दर्द दोस्तों के
मिलकर कभी खुशियां मना
भटक गए है जो राह यहां
उनको तू सही रास्ता दिखा

कुछ बड़ा नहीं करना है तुझे
सहारा बनकर किसी का हाथ थाम ले
संवार कर जीवन किसी का
मिलता है सुकून, इतना तो तू भी जान ले।

Language: Hindi
18 Likes · 3 Comments · 880 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all

You may also like these posts

हौसलों की उड़ान जो भरते हैं,
हौसलों की उड़ान जो भरते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
टिप्पणी
टिप्पणी
उमा झा
'रिश्ते'
'रिश्ते'
Godambari Negi
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
सफर जिंदगी का
सफर जिंदगी का
Sunil Maheshwari
अनामिका
अनामिका
Rambali Mishra
Green Trees
Green Trees
Buddha Prakash
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
तुर्की की कुर्की करे और अजरबैजान को बेजान करे। आम जनमानस से
तुर्की की कुर्की करे और अजरबैजान को बेजान करे। आम जनमानस से
ललकार भारद्वाज
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
विशाल शुक्ल
साँसें
साँसें
अनिल मिश्र
इश्क़ हो गया।
इश्क़ हो गया।
Kuldeep mishra (KD)
सच्चाई है कि ऐसे भी मंज़र मिले मुझे
सच्चाई है कि ऐसे भी मंज़र मिले मुझे
अंसार एटवी
F
F
*प्रणय प्रभात*
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
The News of Global Nation
युग बदल गया
युग बदल गया
Rajesh Kumar Kaurav
शौ गांवों का जमीदार हैं तू ;
शौ गांवों का जमीदार हैं तू ;
अश्विनी (विप्र)
उनके आने से ही बहार आए
उनके आने से ही बहार आए
Dr fauzia Naseem shad
Harballife
Harballife
Yamini Jha
4501.*पूर्णिका*
4501.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कूष्माण्डा
कूष्माण्डा
surenderpal vaidya
*मजदूर*
*मजदूर*
Dushyant Kumar
सामाजिक और धार्मिक कार्यों में आगे कैसे बढ़ें?
सामाजिक और धार्मिक कार्यों में आगे कैसे बढ़ें?
Sudhir srivastava
दोहा त्रयी. . . अज्ञानी
दोहा त्रयी. . . अज्ञानी
sushil sarna
मेरे मौन का मान कीजिए महोदय,
मेरे मौन का मान कीजिए महोदय,
शेखर सिंह
भूल गए हम रफ़्ता रफ़्ता ज़ख़्म पुराने आहिस्ता आहिस्ता।
भूल गए हम रफ़्ता रफ़्ता ज़ख़्म पुराने आहिस्ता आहिस्ता।
Madhu Gupta "अपराजिता"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यादों की बारिश
यादों की बारिश
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
विनेश भोगाट
विनेश भोगाट
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मुश्किल में जीना आ जाए,,क्या कहना
मुश्किल में जीना आ जाए,,क्या कहना
Shweta Soni
Loading...