Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2022 · 1 min read

पायल बोले छनन छनन – देवी गीत

पायल बोले छनन छनन – देवी गीत

शुभातिशुभ नवरात्रि आई
सभी सुखों की दात्री आई
जगत जननी माँ जगदंबा
पधारी है मेरे आँगन
पायल बोले छनन छनन
छनन छनन हो छनन छनन

सूरज ने बिंदी का रूप ले डाला
माथे पर चंदा करता उजाला
ह्रदय में ममता की बहती है गंगा
झूमे सब हो के मगन
पायल बोले छनन छनन
छनन छनन हो छनन छनन

आई है करके सिंह सवारी
माथे पर सोने का मुकुट है भारी
कानों में कुण्‍डल हाथों में भाला
जय जय अंबे है गूँजे गगन
पायल बोले छनन छनन
छनन छनन हो छनन छनन

शक्ति की देवी कहे दुनिया सारी
भक्ति है मैंने तुझ पर वारी
विनती है तुझसे हे माँ दुर्गा
सदा विराजो ना मेरे भवन
पायल बोले छनन छनन
छनन छनन हो छनन छनन

– आशीष कुमार
मोहनिया, कैमूर, बिहार

1 Like · 600 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
Priya princess panwar
एक देशभक्त की अभिलाषा
एक देशभक्त की अभिलाषा
Sarla Mehta
Jai
Jai
ramlikhma756
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
#मुख़्तसर_नज़्म-
#मुख़्तसर_नज़्म-
*प्रणय प्रभात*
खाली सी सड़क...
खाली सी सड़क...
शिवम "सहज"
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
Shreedhar
कामवासना
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मतदान कीजिए (व्यंग्य)
मतदान कीजिए (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
-        🇮🇳--हमारा ध्वज --🇮🇳
- 🇮🇳--हमारा ध्वज --🇮🇳
Mahima shukla
कविता
कविता
Nmita Sharma
Problem is a constant part of life. If you solve one problem
Problem is a constant part of life. If you solve one problem
पूर्वार्थ देव
रुक्मणी
रुक्मणी
Shashi Mahajan
वक्त सीखा ही देता है,आपको जिंदगी जीने का हुनर... फिर क्या नस
वक्त सीखा ही देता है,आपको जिंदगी जीने का हुनर... फिर क्या नस
Ranjeet kumar patre
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
मै उन्हें  क्यूं ना चाहूँ, जिन्होंने मुझे ऊँगली पकड़ कर चलना
मै उन्हें क्यूं ना चाहूँ, जिन्होंने मुझे ऊँगली पकड़ कर चलना
Neelofar Khan
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
पति पत्नी और मोबाइल
पति पत्नी और मोबाइल
Rekha khichi
*महाकुंभ 2025 प्रयागराज*
*महाकुंभ 2025 प्रयागराज*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
इश्क तू जज़्बात तू।
इश्क तू जज़्बात तू।
Rj Anand Prajapati
"सड़क"
Dr. Kishan tandon kranti
“आभार और अभिनंदन”
“आभार और अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दण्डक
दण्डक
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मोहब्बत क्या है  .......
मोहब्बत क्या है .......
sushil sarna
4004.💐 *पूर्णिका* 💐
4004.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भ्रस्टाचार की लूट
भ्रस्टाचार की लूट
अमित कुमार
अलबेली बसन्त बन जा मेरी सहेली।
अलबेली बसन्त बन जा मेरी सहेली।
डॉ सुरेश जांगिड़
सब कुछ तोड़ देना बहुत ही आसान होता है। ♥️
सब कुछ तोड़ देना बहुत ही आसान होता है। ♥️
पूर्वार्थ
Loading...