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23 Sep 2022 · 1 min read

भोजपुरी ग़ज़ल

प्रीत पानी पराग हव रिश्ता
फूँक दे घर उ आग हव रिश्ता

जोतले खेतवा कै उ लगै माटी
कभ्भो जामल स साग हव रिश्ता

साथ रहला पै पाँख बगुला कै
जे बिगड़ जाये दाग हव रिश्ता

कभ्भो लागै उ रोवत कुक्कुर
कभ्भो त भैरव राग हव रिश्ता

बावफा हो त स्वर्ग जन्नत हव
बेवफा हो त नाग हव रिश्ता

एक सम्बन्ध “महज़’ गमला हव
फूलल फूलवा कै बाग हव रिश्ता

Dr. Mahendra Narayan Mahaj

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