Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2022 · 1 min read

जल्दी क्या थी🙏🙏

छोड़ गए तुम हम सबको !!!!!! क्यों हंसाने वाला आज रूला गया
क्या खता हुई हम सब से,जो खुशियाँ देने वाला,आंसू देकर चला गया

सबकी दुआओं में थे तुम शामिल, फिर भी कुबूल न सका ऊपर वाला
शायद उसके घर खुशियां देने वाला था नहीं कोई,उसने तुम्हें बुला लिया

कितनी भी मायूसी हो ,तुमने उनके होठों पे मुस्कान बिखेरी थी
आज क्यों सबसे रूठ गए, क्यों विदाई की, तुम्हें इतनी जल्दी थी

तुम चले गए, हमें छोड़कर, क्या कोई दूसरा राजू अब बन पाएगा
बेशक,बहुत अच्छे अच्छे आते जाते हैं,पर वो न गजोधर कहलाएगा

सबको हंसाने वाले गजोधर भैया ,हंसाना तुम कभी न भूलना
जहां भी रहना खुशियां बिखेरना,सबके दिलों में तुम,अमर रहना🙏🙏🙏🙏

Language: Hindi
Tag: Hindi Poem
260 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कहीं तीसी फुला गईल
कहीं तीसी फुला गईल
कुमार अविनाश 'केसर'
अपनों से अपना हक़ मांग कर देख लो भेड़ के अंदर छिपा भेड़िया ख
अपनों से अपना हक़ मांग कर देख लो भेड़ के अंदर छिपा भेड़िया ख
पूर्वार्थ
कीमत तुम्हें चुकानी होगी
कीमत तुम्हें चुकानी होगी
AMRESH KUMAR VERMA
See, self discovery isn't this comfortable, miraculous thing
See, self discovery isn't this comfortable, miraculous thing
पूर्वार्थ देव
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
Inspiration
Inspiration
Poonam Sharma
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
शेखर सिंह
तन्हाई बड़ी बातूनी होती है --
तन्हाई बड़ी बातूनी होती है --
Seema Garg
मुश्किलें हमसे हार कर खुद ही
मुश्किलें हमसे हार कर खुद ही
Dr fauzia Naseem shad
मुझे घोर नफ़रत है,
मुझे घोर नफ़रत है,
*प्रणय प्रभात*
सांप सीढ़ी का खेल, ज़िंदगी..
सांप सीढ़ी का खेल, ज़िंदगी..
Shreedhar
उपकार हैं हज़ार
उपकार हैं हज़ार
Kaviraag
कुंडलिया - रंग
कुंडलिया - रंग
sushil sarna
मन्नते करना मेरे लिए
मन्नते करना मेरे लिए
उषा श्रीवास वत्स
यही जिंदगी है।
यही जिंदगी है।
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
शिव
शिव
Dr. Vaishali Verma
पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ?
पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ?
Ashok deep
3522.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3522.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल-जितने पाए दर्द नुकीले
ग़ज़ल-जितने पाए दर्द नुकीले
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
ज्ञानी
ज्ञानी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
"ऐ वतन, ऐ वतन, ऐ वतन, मेरी जान"
राकेश चौरसिया
हर वक्त बदलते रंग
हर वक्त बदलते रंग
Chitra Bisht
हादसा
हादसा
Rekha khichi
" पहचान "
Dr. Kishan tandon kranti
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
*पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व*
*पीयूष जिंदल: एक सामाजिक व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
मामले के फ़ैसले अदालत में करने से बेहतर है की आप अपने ही विर
मामले के फ़ैसले अदालत में करने से बेहतर है की आप अपने ही विर
Rj Anand Prajapati
तन्हाई की चाहत
तन्हाई की चाहत
ओनिका सेतिया 'अनु '
बस ख़ुद को याद दिलाना तुम
बस ख़ुद को याद दिलाना तुम
विजय कुमार अग्रवाल
"तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
Loading...