Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2022 · 1 min read

राधा श्याम

चित्राधारित रचना

मापनी – 2212 2212
अंत 212

राधा निराली सुंदरी,
पकड़े मदन का हाथ रे।
गोपी बनी है राधिका ,
अनुपम मुरारी साथ रे।

कर मुरलिया सुर साध के,
मीठी बजावे तान रे।
छम-छम बजी पैंजनी,
मधुवन बना है शान रे।

तू शक्ति है घन श्याम की,
बजती हृदय सुख झांज रे।
नित वंदना कर माधुरी,
जपती सुबह नित सांझ रे।

पी प्रेम प्याला नाम का,
बन गई राधा बावरी।
कान्हा बने है राधिका,
राधा बनी है सांवरी।

माने सभी संसार में,
है श्याम-श्यामा नाम रे।
छाई प्रेम की मालिका,
पूनम भरी इस रात में।

ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश

Language: Hindi
Tag: गीत
306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मैं और सिर्फ मैं ही
मैं और सिर्फ मैं ही
Lakhan Yadav
नेता
नेता
विशाल शुक्ल
आदाब दोस्तों,,,
आदाब दोस्तों,,,
Neelofar Khan
My Guardian Angel!
My Guardian Angel!
R. H. SRIDEVI
4592.*पूर्णिका*
4592.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
** दूर कैसे रहेंगे **
** दूर कैसे रहेंगे **
Chunnu Lal Gupta
..
..
*प्रणय प्रभात*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोहा पंचक. . . . शृंगार  रस
दोहा पंचक. . . . शृंगार रस
sushil sarna
इक परिंदा पालें तो कैसा रहे
इक परिंदा पालें तो कैसा रहे
Shweta Soni
कुछ नया लिखना है आज
कुछ नया लिखना है आज
करन ''केसरा''
बेहिचक बिना नजरे झुकाए वही बात कर सकता है जो निर्दोष है अक्स
बेहिचक बिना नजरे झुकाए वही बात कर सकता है जो निर्दोष है अक्स
Rj Anand Prajapati
शिव भजन
शिव भजन
अभिनव मिश्र अदम्य
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
गरीब की दिवाली।।
गरीब की दिवाली।।
Abhishek Soni
"खासियत"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत ( भाव -प्रसून )
गीत ( भाव -प्रसून )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मेरा जीने का तरीका
मेरा जीने का तरीका
पूर्वार्थ
आधार
आधार
ललकार भारद्वाज
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
श्याम सांवरा
"माँ" सम्पूर्ण विज्ञान
पंकज परिंदा
सजल
सजल
seema sharma
दुर्बल तुम केवल मन से हो
दुर्बल तुम केवल मन से हो
Priya Maithil
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
Kirtika Namdev
मजदूर की अतंर्व्यथा
मजदूर की अतंर्व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
सो चुके जीव सभी
सो चुके जीव सभी
Chitra Bisht
मैं हूं तख़्लीक़ अपने या'रब की
मैं हूं तख़्लीक़ अपने या'रब की
Dr fauzia Naseem shad
रामपुर की होली 2025 (संस्मरण)
रामपुर की होली 2025 (संस्मरण)
Ravi Prakash
अच्छा होगा
अच्छा होगा
Sudhir srivastava
Loading...