सच कह रहा हूँ तुमसे

सच कह रहा हूँ तुमसे, तू यह करना।
पसंद नहीं जो मुझको, वह नहीं करना।।
सच कह रहा हूँ——————————।।
मानता हूँ यह भी, खता मेरी भी है कुछ।
मगर जो हुआ है, गलती तेरी भी है कुछ।।
रक्षा अपने दामन की, सदा तू करना।
सच कह रहा हूँ————————–।।
बहते नहीं ऑंसू , अगर जख्म मिलता नहीं।
दिल टूटता नहीं, अगर धोखा मिलता नहीं।।
मेरे दुश्मनों से तुम ,कभी नहीं मिलना।
सच कह रहा हूँ————————–।।
मालूम है तुमको भी, करता हूँ यकीन तुम पर।
तू ही है मेरी खुशियां, तेरा ही है हक मुझ पर।।
मेरे विश्वास का तू , खून नहीं करना।
सच कह रहा हूँ——————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर – 9571070847