Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2022 · 1 min read

*निष्कामी (कुंडलिया)*

निष्कामी (कुंडलिया)
_______________________________
निष्कामी का अर्थ यह, जिस के उच्च विचार
राग-द्वेष से जो रहित, अनासक्त व्यवहार
अनासक्त व्यवहार, न माया जिसे लुभाए
कभी नहीं जो व्यक्ति, लोभ से डिगने पाए
कहते रवि कविराय, सदा सद्पथ अनुगामी
धन्य-धन्य वह श्रेष्ठ, महा-आत्मा निष्कामी
________________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

खुरदरे हाथ
खुरदरे हाथ
आशा शैली
😢कमाल की सिद्ध-वाणी😢
😢कमाल की सिद्ध-वाणी😢
*प्रणय प्रभात*
कविता -
कविता -
Mahendra Narayan
भाग्य
भाग्य
लक्ष्मी सिंह
वो........
वो........
Dharmendra Kumar Dwivedi
*शुभ विवाह की मंगल-ध्वनि से, विहॅंस रहा संसार है (गीत)*
*शुभ विवाह की मंगल-ध्वनि से, विहॅंस रहा संसार है (गीत)*
Ravi Prakash
रोशनी की किरण
रोशनी की किरण
Jyoti Roshni
भगवान
भगवान
Adha Deshwal
#उम्र#
#उम्र#
Madhavi Srivastava
आप देखो जो मुझे सीने  लगाओ  तभी
आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी
दीपक झा रुद्रा
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
उम्र  बस यूँ ही गुज़र रही है
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है
Atul "Krishn"
If you can't defeat your psyche,
If you can't defeat your psyche,
Satees Gond
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
Anis Shah
सनातन संस्कृति
सनातन संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
कमियाँ तो मुझमें बहुत है,
कमियाँ तो मुझमें बहुत है,
पूर्वार्थ
इश्क
इश्क
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
नारी का सम्मान 🙏
नारी का सम्मान 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुस्कुरा के चलीं
मुस्कुरा के चलीं
आकाश महेशपुरी
चाँद की शुभ्र ज्योत्सना
चाँद की शुभ्र ज्योत्सना
हिमांशु Kulshrestha
सम्भाला था
सम्भाला था
भरत कुमार सोलंकी
दायित्व
दायित्व
TAMANNA BILASPURI
पावन सच्चे प्यार का,
पावन सच्चे प्यार का,
sushil sarna
दुआर तोहर
दुआर तोहर
श्रीहर्ष आचार्य
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
शेखर सिंह
"कुछ तो गुन गुना रही हो"
Lohit Tamta
3906.💐 *पूर्णिका* 💐
3906.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक सवाल जिंदगी से...(सयाली छंद)
एक सवाल जिंदगी से...(सयाली छंद)
पं अंजू पांडेय अश्रु
सनातन की रक्षा
सनातन की रक्षा
Mahesh Ojha
Loading...