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24 Aug 2022 · 1 min read

क्षमा याचना दिवस

दुखाया था दिल जो मैंने किसी का,
फल पा रहा हूं मै आज उसी का।

दुखाया न होता अगर दिल मैंने किसी का,
क्षमा याचना का मौका मिला है उसी का।

क्षमा कर देना मित्रो दुखाया था दिल जिसका,
माफ करने वाले का दिल बड़ा है मेरे से उसी का।

गलती करना मनुष्य का जन्म से स्वभाव है,
क्षमा करना बड़ों का भी एक स्वभाव है।

करते है बड़े ही क्षमा छोटे करते है उत्पात,
कर दो क्षमा उसे भी जो मारे तुम्हारे लात।

क्षमा करना भी एक धर्म है जैसे और धर्म,
क्षमा करना सीख लो ये भी मनुष्य का कर्म।

करते रहना सदा क्षमा मन में मैल न रखना,
इससे मन कभी मलीन न होगा ये याद रखना।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

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