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23 Aug 2022 · 1 min read

प्रीत होवे चमत्कार l

मुक्तक
प्रीत होवे चमत्कार l
बिन चमत्कार बेकार ll
प्यास सहज सहज ही रह l
कभी नहीं हो, तैयार ll
दोहा
प्रीत सही बेकार है, बिन सही चमत्कार l
प्यास बस सहज सहज रह, कभी न हो तैयार ll

अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न

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