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19 Aug 2022 · 1 min read

जग के पालनहार

सारे जग में उजियारा छाया सबका मन हर्षाया
चहुँ ओर आनन्द लहर पुष्प वर्षा से करें स्वागत
ब्रज में बाजत बधाई आये नन्द यशोदा लाल
भक्तों का रखवाला जग का पालनहार
सुन्दर शोभा मनमोहन की छवि अति प्यारी
पीताम्बर पट चंचल मुख सिर मोर मुकुट धारी
माखनचोर रास रचैया नन्द यशोदा लाल
गोपियन प्यारे सब सखा तुम्हारे ब्रज बाल
मीरा के प्रभु गिरधर नागर कर्मा के घनश्याम
राधा के प्रभु प्रियतम प्यारे रुक्मिणी नाथ
सब जग के तुम रखवाले ओ पालनहार
सब जग की पीड़ा दूर करते प्रभु आप
कलियुग में व्याप्त द्वेष भाव वैमनस्यता
ज्ञान की धारा बहाने सब दुःख हरने
मानवता का पाठ पढ़ाने गीता का ज्ञान
जग में उजियारा लाने प्रभु पधारो आज |

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