Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
15 Aug 2022 · 1 min read

मेरे देश का तिरंगा

है सारे जहाँ से अच्छा मेरे देश का तिरंगा

रंग है केसरिया ऊपर, है त्याग की निशानी
शहिदों ने की है कुर्बान,हँसते हुए जवानी
फाँसी पे चढ़ गए नहीं झुकने दिया तिरंगा

रंग है श्वेत बीच इसके,है शांति की निशानी
बना शांति दूत भारत, सबने सुनी कहानी
संदेश शांति का देने निकले हैं लिए तिरंगा

रंग हरा है सबसे नीचे,हरियाली की निशानी
खुशहाली से यहाँ की हो गई धरा है धानी
परचम में ही लहराए देखो हरदम ये तिरंगा

नीला है मध्य चक्र,जो विकास की निशानी
समय के साथ आगे बढ़ने की हमने ठानी
ऊँचा रहा है “विनोद” ये जग में सदा तिरंगा

स्वरचित :—–
15 अगस्त 2022
( विनोद चौहान )

Loading...