Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2022 · 2 min read

स्वाधीनता आंदोलन में, मातृशक्ति ने परचम लहराया था

स्वाधीनता आंदोलन में, मातृशक्ति ने परचम लहराया था
साहस त्याग और बलिदान से, अंग्रेजी शासन थर्राया था
रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों पर,ऐंसी तलवार चलाई थी
अंग्रेजी तोप और बंदूकों ने, अपने मुंह की खाई थी
अंतिम समय घिर गई थी रानी, अंग्रेजों के हाथ न आईं थीं
अपने ही हाथों एक कुटिया में, वीरांगना ने आग लगाई थी
वीरांगना झलकारी बाई ने, ब्रिटिश सेना को बहुत छकाया था
लक्ष्मी बाई की हम कदम थीं वो, छठी का दूध याद दिलाया था
रामगढ़ रानी अवंती बाई ने,अपना जौहर दिखलाया था
टिक न सके तलबार के आगे, अंग्रेज घुटनों पर आया था
मांग रहा था प्राणों की भीख,धोखे से उनको मरवाया था
जीते जी वो हाथ न आईं, स्वयं प्राणों को भेंट चढ़ाया था
रानी चेनम्मा, रानी बेलु नाचियार के, शौर्य की एक कहानी है
रानी शिरोमणि, रानी इश्वरी कुमारी और देवी चौधरानी हैं
हज़रत महल, माता स्वरूप रानी,अरुणा आसफ अली, सुचेता कृपलानी
हर एक के योगदान की, अलग है एक कहानी
ननीबाला, पार्वती देवी,प़फुल्ल नलिनी,मणिवेन
माया घोष,सरला देवी, सावित्री देवी, मृदुला वेन
बीना दास, प्रीतलता,उज्वला मजुमदार, कल्पना दत्ता
रेणु सेन,चारुशिला देवी, टुकड़ी बाला, मीरा दत्ता
लड़ी सुहासिनी, शोभा रानी,वनलतादास
शांति घोष,सुनीति चौधरी,जानकी, देवी बजाज
मैडम भीखाजी कामा, दुर्गा बाई देशमुख ने किए काज
सुशीला दीदी, लक्ष्मी सहगल, निकल पड़ी थीं छोड़ सब लाज
लड़ी अजीजन बाई, पुरुष वेश में लड़ती थीं
अंग्रेजों की गुप्त सूचनाएं,क़ांतिकारियों को देतीं थीं
राजकुमारी अमृत कौर,उन नायिकाओं में शामिल हैं
स्वतंत्रता के लिए संघर्ष और,नव निर्माण का जन जन कायल है
नागालैंड में एक चिंगारी, रानी गाइडिन्ल्यू के रूप में चमकी थी
१३बर्ष की उम्र में युद्ध किया, अंग्रेजी सेना पराजित कर दी थी
प्रसिद्ध क्रांतिकारी दुर्गा भाभी,जिनने क़ांतिवीरों का साथ दिया
आजाद भगतसिंह राजगुरु, मरते दम तक साथ दिया
नाम अनाम मातृ शक्ति ने,किए न्यौछावर प्राण थे
मातृभूमि की वलिवेदी पर, अपने किए सपूत वलिदान थे
आजादी के अमृत महोत्सव पर, ढेरों उन्हें प्रणाम हैं
स्वतंत्रता आंदोलन में मातृशक्ति का बहुमूल्य योगदान हैं
जय हिन्द वन्देमातरम।

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 903 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

हम सभी ऐसा लिखें
हम सभी ऐसा लिखें
gurudeenverma198
मन की डायरी
मन की डायरी
Surinder blackpen
ध्यान करने परमपिता का
ध्यान करने परमपिता का
Chitra Bisht
ईश्क में यार थोड़ा सब्र करो।
ईश्क में यार थोड़ा सब्र करो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हंसी तलाशेंगे तो हंसी आएगी,
हंसी तलाशेंगे तो हंसी आएगी,
Sanjay ' शून्य'
आत्मज्ञान
आत्मज्ञान
Shyam Sundar Subramanian
क्यों नहीं आती नींद.
क्यों नहीं आती नींद.
Heera S
ज़रूरी कवि
ज़रूरी कवि
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नमन करू
नमन करू
विधानन्द सिंह'' श्रीहर्ष''
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जब थे कम उसे समझदार नहीं होते थे
जब थे कम उसे समझदार नहीं होते थे
पूर्वार्थ देव
#Secial_story
#Secial_story
*प्रणय प्रभात*
चँदा मामा नहीं दूर के
चँदा मामा नहीं दूर के
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
जीतोगे एक दिन तुम भी
जीतोगे एक दिन तुम भी
Saurabh Kumar
गणेशा
गणेशा
Mamta Rani
4311.💐 *पूर्णिका* 💐
4311.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मिलता है...
मिलता है...
ओंकार मिश्र
हमको लगता है बेवफाई से डर....
हमको लगता है बेवफाई से डर....
Jyoti Roshni
पूजन
पूजन
Rajesh Kumar Kaurav
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
ना जाने
ना जाने
SHAMA PARVEEN
ग़ज़ल-न जाने किसलिए
ग़ज़ल-न जाने किसलिए
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
कविता का अर्थ
कविता का अर्थ
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
दीपक बवेजा सरल
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
Ranjeet kumar patre
क्या बनाऊँ आज मैं खाना
क्या बनाऊँ आज मैं खाना
उमा झा
उनको बातें हमारी बुरी लगती है।
उनको बातें हमारी बुरी लगती है।
Rj Anand Prajapati
होती क्या है काया?
होती क्या है काया?
Nilesh Premyogi
संभलकर
संभलकर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"कविपन"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...