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14 Aug 2022 · 1 min read

शाम सुहानी सावन की

शाम सुहानी सावन की है।
प्रेम पगा पग पावन की है।
आवन कह गये पर न आये-
मन मर्जी मनभावन की है ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

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