Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
7 Aug 2022 · 1 min read

*रामभक्त हनुमान (भक्ति गीत)*

रामभक्त हनुमान (भक्ति गीत)
—————————————
रामभक्त हनुमान आपको सौ-सौ बार प्रणाम है
(1)
पार किया सागर को लंबी एक छलॉंग लगाई
बुद्धि और बल-प्रतिभा अद्भुत सिर्फ आपने पाई
सुरसा के मुख में प्रवेश कर बाहर आना काम है
(2)
अंगूठी प्रभु की सीता जी को लंका पहुंचाई
लंका-दहन आपके ही वश में था आग लगाई
पता लगाया एक विभीषण लंका में अभिराम है
(3)
युद्ध-भूमि में मूर्छित लक्ष्मण जी के प्राण बचाए
बूटी संजीवनी तीव्र गति से उड़कर ले आए
लिखा राम का सदा आपके दिल में सुंदर नाम है
(4)
जिसने भजा आपको वह शिव और राम को पाता
जन्म-मरण के बंधन में फिर जग के कभी न आता
जहॉं आप के भक्त राम का वह ही पावन धाम है
रामभक्त हनुमान आपको सौ-सौ बार प्रणाम है
—————————————————-
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

Loading...