फौजी

परवान चढ़े देश के खातिर,
वह भी थे इंसान न कि कोई काफिर,
‘हारा वही है जो लड़ा नहीं’ कह के,
बांध कफन वह बस निकल पड़े ।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान
परवान चढ़े देश के खातिर,
वह भी थे इंसान न कि कोई काफिर,
‘हारा वही है जो लड़ा नहीं’ कह के,
बांध कफन वह बस निकल पड़े ।।
सीमा टेलर, छिम़पीयान लम्बोर, चुरू, राजस्थान