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31 Jul 2022 · 1 min read

कुछ शेर रफी के नाम ..

१ ) याद तुम्हारी आती है जब ,
पलकें हमारी गीली हो जाती हैं।
नाम भी ले गर कोई तुम्हारा ,
तो आहें दर्द भरी निकल आती हैं.

२ , दुआ करते हैं हम खुदा से बस इतनी ,
सूरज घटे-तो घटे खत्म न कभी उनकी रौशनी ।

३ , काश ऐ दोस्त ! तेरे जैसे इंसा
सारे जहाँ में होते,
तो हमारे लिए यह दुनिया
जन्नत से कम न होती ।

४, कितनी हसीं है ऐ दोस्त !
तेरी तरह तेरी यादें भी ,
जो तन्हाई में हंसाये
,और रुलाये भी ।

५, तुम गम देकर उम्र भर का ,
अपना दामन छुडाकर चले गए,
यही तकदीर रही हमारी ,
जो तेरी यादों के सहारे जी रहे हैं।

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