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27 Jul 2022 · 1 min read

दो शे'र

हल आसानियाँ करते करते ।
मुश्किल कितना हो गया हूँ ।।

ढूंढने निकला सरेराह उनको ।
लेकिन ख़ुद में खो गया हूँ ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम

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