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25 Jul 2022 · 1 min read

बदरी में चांद

जीअत चलल जा
जीअत चलल जा
हर हाल में तू बस
जीअत चलल जा…
(१)
आंख के आंसू या
जीवन के ज़हर के
हर बूंद मरते दम ले
पीअत चलल जा…
(२)
दुनिया के हाथे से
हर फाटल चुनर के
प्यार के धागा से
सीअत चलल जा…
(३)
रस्ता निकल आई
कवनो ना कवनो
चारू ओर ‘मितरा’
जोहत चलल जा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#frustedgenius #suicide #youth
#Women #girls #बहुजन #आत्महत्या

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