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23 Jul 2022 · 1 min read

जातीय उन्माद

पिट रहे हैं शम्बूक फिर
जातीय उन्माद में!
लूट रहीं सीताएं फिर
राम तेरे राज़ में!!
चारों ओर एक बार
नज़र घुमाकर देख लो!
कितना फ़र्क आया है
कल और आज में!!
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#जनकवि #तानाशाही #बर्बरता
#न्याय #धर्मांध #जाति #बहुजन_शायर #हक़

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