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21 Jul 2022 · 1 min read

धैर्यहीन मनुज

धैर्यहीन होने वाले मनुज
हर कृत्य करते निकृष्ट हैं
धैर्यहीन को न्यास दो
कृत्य स्वंय उचित हो जाएँगे।

धैर्य एक निरंकुश है ,
इसको अंकुश करना पड़ता ,
धैर्य पर अंकुश करने वाला ,
मंजिल पर प्रभुत्व करता है।

वक्त भी विवेचना लेता ,
धैर्यता की हमारी है ,
इसमें उत्तीर्ण होने वाला ,
सफलता को लहता है।

धैर्यहीन मनुज ही भुवन में ,
सदा असफलता लहता है ,
पर धैर्यता वाला मनुज ,
हमेशा सफलता लहता है।

हयात में सफलता लहना है तो
धैर्यता पर अंकुश लगाना होगा।

✍️✍️✍️उत्सव कुमार आर्या

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