Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2022 · 1 min read

सोचा था जिसको मैंने

दिल को भी मेरे इसका
कितना मलाल था ।
सोचा था जिसको मैंने
ख़्वाब-ओ-ख़्याल था ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 197 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

श्रृंगार से रिझाऊंगी ............
श्रृंगार से रिझाऊंगी ............
sushil sarna
शादी के बाद में गये पंचांग दिखाने।
शादी के बाद में गये पंचांग दिखाने।
Sachin Mishra
संस्कारी लड़की
संस्कारी लड़की
Dr.Priya Soni Khare
प्रेम के दरिया का पानी चिट्ठियाँ
प्रेम के दरिया का पानी चिट्ठियाँ
Dr Archana Gupta
3863.💐 *पूर्णिका* 💐
3863.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
भुला बैठे हैं अब ,तक़दीर  के ज़ालिम थपेड़ों को,
भुला बैठे हैं अब ,तक़दीर के ज़ालिम थपेड़ों को,
Neelofar Khan
किसी का कचरा किसी का खजाना होता है,
किसी का कचरा किसी का खजाना होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पुस्तकें और मैं
पुस्तकें और मैं
Usha Gupta
जीवन में रस भरता है संगीत
जीवन में रस भरता है संगीत
Ritu Asooja
कोई काम करना मुश्किल नही है
कोई काम करना मुश्किल नही है
पूर्वार्थ
दोहे- उड़ान
दोहे- उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
श्याम तुम्हारे विरह की पीड़ा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम तुम्हारे विरह की पीड़ा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
छाया युद्ध
छाया युद्ध
Otteri Selvakumar
दिवस पुराने भेजो...
दिवस पुराने भेजो...
Vivek Pandey
खड़ा हिमालय बता रहा है
खड़ा हिमालय बता रहा है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
Ranjeet kumar patre
कर्म फल भावार्थ सहित
कर्म फल भावार्थ सहित
Sudhir srivastava
व्हाट्सएप युग का प्रेम
व्हाट्सएप युग का प्रेम
Shaily
धरा और इसमें हरियाली
धरा और इसमें हरियाली
Buddha Prakash
*आए अंतिम साँस, इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
*आए अंतिम साँस, इमरती चखते-चखते (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मैं मुहब्बत के काबिल नहीं हूं।
मैं मुहब्बत के काबिल नहीं हूं।
दीपक झा रुद्रा
विदाई
विदाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
बात पहुँचती नहीं
बात पहुँचती नहीं
ललकार भारद्वाज
दोपहर जल रही है सड़कों पर
दोपहर जल रही है सड़कों पर
Shweta Soni
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
ਅੱਜ ਕੱਲ੍ਹ
ਅੱਜ ਕੱਲ੍ਹ
Munish Bhatia
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,
Ajit Kumar "Karn"
" मैं "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...