Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2022 · 1 min read

ईद हो जायेगी।

अगर तुम्हारी जरा सी माली मदद मिल जायेगी।
तो उस गरीब के घर में भी आज ईद हो जायेगी।।

✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

*साबुन से धोकर यद्यपि तुम, मुखड़े को चमकाओगे (हिंदी गजल)*
*साबुन से धोकर यद्यपि तुम, मुखड़े को चमकाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
जिंदगी मैं हूं, मुझ पर यकीं मत करो
Shiva Awasthi
4585.*पूर्णिका*
4585.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पंतग डोर
पंतग डोर
Neeraj Kumar Agarwal
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
Kumud Srivastava
वर्तमान में बिहार में होने वाले शिक्षक स्थानांतरण की रूपरेखा
वर्तमान में बिहार में होने वाले शिक्षक स्थानांतरण की रूपरेखा
पंकज कुमार कर्ण
मकरसंक्रांति
मकरसंक्रांति
Dr Archana Gupta
म्हारे हरयाणे की नार
म्हारे हरयाणे की नार
अरविंद भारद्वाज
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
DrLakshman Jha Parimal
प्रिय सुधि पाठको, ये रचना मात्र रचना नहीं है एक ज्वलंत विचार
प्रिय सुधि पाठको, ये रचना मात्र रचना नहीं है एक ज्वलंत विचार
sushil sarna
“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
Sandeep Kumar
25) मुहब्बत है तुमसे...
25) मुहब्बत है तुमसे...
नेहा शर्मा 'नेह'
बीता पल
बीता पल
Swami Ganganiya
ഹൃദയശൂന്യ
ഹൃദയശൂന്യ
Heera S
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
सत्य कुमार प्रेमी
सांझ
सांझ
Lalni Bhardwaj
चंद्रयान-३
चंद्रयान-३
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कटु सत्य....
कटु सत्य....
Awadhesh Kumar Singh
"मौत को दावत"
Dr. Kishan tandon kranti
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
पूर्वार्थ
पिता की छाँव
पिता की छाँव
मनोज कर्ण
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
ढूँढ़   रहे   शमशान  यहाँ,   मृतदेह    पड़ा    भरपूर  मुरारी
ढूँढ़ रहे शमशान यहाँ, मृतदेह पड़ा भरपूर मुरारी
संजीव शुक्ल 'सचिन'
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Vivek Pandey
ऐ मेरी जिंदगी
ऐ मेरी जिंदगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
आदमी कुछ अलग से हैं
आदमी कुछ अलग से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
नमामि गंगे हर हर गंगे
नमामि गंगे हर हर गंगे
श्रीकृष्ण शुक्ल
ये लोकतंत्र का त्यौहार है ।
ये लोकतंत्र का त्यौहार है ।
DR. RAKESH KUMAR KURRE
सफलता उस लहलहाती फ़सल की तरह है,
सफलता उस लहलहाती फ़सल की तरह है,
Ajit Kumar "Karn"
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
Bidyadhar Mantry
Loading...