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4 Jul 2022 · 1 min read

✍️जिंदगी के सैलाब ✍️

✍️जिंदगी के सैलाब ✍️
…………………………………………………………………//
ऐसे नहीं आता कलम में लफ्ज़ो का हुनर…!
जिंदगी के सैलाब का झेलना पड़ता है क़हर।
…………………………………………………………………//
✍️”अशांत”शेखर✍️
04/07/2022

2 Likes · 4 Comments · 379 Views
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