Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2022 · 1 min read

#ग़ज़ल #अवधेश_की_ग़ज़ल अमन की बात करते ही जिन्हें कई बार देखा है ।

#ग़ज़ल #अवधेश_की_ग़ज़ल

अमन की बात करते ही, जिन्हें कई बार देखा है।
उन्हीं के हाथ लहराता, हुआ हथियार देखा है ।

नज़र जिनकी लुटाती थी, सभी पर प्यार की शबनम,
उन्हीं की आँख में जलता, हुआ अंगार देखा है ।

भुला सबको मिटा ख़ुद को, ख़ुदी में खो गया आशिक़,
नहीं ऐसा कभी हमने,किसी का प्यार देखा है ।

कभी क्या ठीक ये होगा, लगा जो मर्ज़ मज़हब का,
हवा में वायरस इसका, जहाँ बीमार देखा है ।

मशीनी बाढ़ में बहकर, किनारा खो गया जिसका,
उसी मज़दूर के घर में, घिसा औज़ार देखा है ।

नहीं बिकता यहाँ पर सच, किसी भी मोल पर अब तो,
फ़रेबी झूठ बातों से, पटा बाज़ार देखा है ।

चलो ‘अवधेश’ से मिलकर, सुनो कुछ ज्ञान की बातें,
उन्होंने आंतरिक आँखों, जगत का सार देखा है ।

©इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना
शिवपुरी, मध्य प्रदेश

1 Like · 1 Comment · 204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कान्हा वापस आओ
कान्हा वापस आओ
Dr Archana Gupta
ഹൃദയശൂന്യ
ഹൃദയശൂന്യ
Heera S
"इश्क वो बला"
Dr. Kishan tandon kranti
तुझे पन्नों में उतार कर
तुझे पन्नों में उतार कर
Seema gupta,Alwar
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,
Ajit Kumar "Karn"
परदेसी हूं मैं अब, बस बहाना अपना है।
परदेसी हूं मैं अब, बस बहाना अपना है।
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
धनपत राय
धनपत राय
MUSKAAN YADAV
हर पल तलाशती रहती है नज़र,
हर पल तलाशती रहती है नज़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल में भी
दिल में भी
Dr fauzia Naseem shad
Isn’t strange how so many versions of you live in other peop
Isn’t strange how so many versions of you live in other peop
पूर्वार्थ
तबियत मेरी झूठ पर, हो जाती नासाज़.
तबियत मेरी झूठ पर, हो जाती नासाज़.
RAMESH SHARMA
क्या जाने दुनिया के चलन को सच्चा है
क्या जाने दुनिया के चलन को सच्चा है
Dr. Mohit Gupta
"मानुष असुर बन आ गया"
Saransh Singh 'Priyam'
तूफ़ान है  ये  कैसा , थमता नहीं ये दिखता,
तूफ़ान है ये कैसा , थमता नहीं ये दिखता,
Neelofar Khan
समय के हाथ पर ...
समय के हाथ पर ...
sushil sarna
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
VINOD CHAUHAN
गुलाब
गुलाब
अनिल मिश्र
-: काली रात :-
-: काली रात :-
Parvat Singh Rajput
हम तुम और इश्क़
हम तुम और इश्क़
Surinder blackpen
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
Shekhar Chandra Mitra
कोई शहर बाकी है
कोई शहर बाकी है
शिवम राव मणि
प्यार खुद से कभी, तुम करो तो सही।
प्यार खुद से कभी, तुम करो तो सही।
Mamta Gupta
पाती कोई जब लिखता है।
पाती कोई जब लिखता है।
डॉक्टर रागिनी
बेटी
बेटी
विशाल शुक्ल
*पल  दो पल  मेरे साथ चलो*
*पल दो पल मेरे साथ चलो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*20वे पुण्य-स्मृति दिवस पर पूज्य पिता जी के श्रीचरणों में श्
*20वे पुण्य-स्मृति दिवस पर पूज्य पिता जी के श्रीचरणों में श्
*प्रणय प्रभात*
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...