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16 Jun 2022 · 1 min read

तारे पूछे रैन में, क्यों इतने बेचैन l

तारे पूछे रैन में, क्यों इतने बेचैन l
नींद नैन आये नहीं, रूप बसे है नैन ll

रैन खुलासा है करे, ताके नहीं चकोर l
चँदा बिखेरे चाँदनी, है रिझाना चकोर ll

चाँद बिखेरे चाँदनी, चमक करे बेचैन l
घर आ मेरे चाँद रे, देने देने चैन ll

अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न

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