खुदा बना दे।
कबसे पड़े है ये पत्थर रास्तों पे बेनाम से सारे।
रखकर मंदिर में कोई इनको भी खुदा बना दे।।
✍️✍️ताज मोहम्मद ✍️✍️
कबसे पड़े है ये पत्थर रास्तों पे बेनाम से सारे।
रखकर मंदिर में कोई इनको भी खुदा बना दे।।
✍️✍️ताज मोहम्मद ✍️✍️