कबीर साहेब की शिक्षाएं
कबीर साहेब जी की शिक्षाएं
कबीर साहेब जी कलयुग में ही काशी नगर में एक बालक का रूप धारण करके आए और 120 वर्ष तक जीवन लीला करके सहशरीर चले गए थे ।
अपने सभी शिष्यों को परमात्मा और जीव में भेद करके धर्मों में विभाजित होने से और भगवान को भी अलग अलग धर्मों के आधार पर बाटने पर प्रतिबंद लगाने की सलाह दी है।
परमात्मा को पाने के लिए अंडा , मांस , नशीली वस्तुओं का सेवन करने से मना किया है।
परमात्मा को पाने के लिए किसी भी धर्म से परिवर्तन करने की जरूरत भी नहीं है जो भी जिस धर्म में आस्था रखता है उसका उचित और सही धारणा से प्रयोग करके भी परमात्मा पा सकता है लेकिन उसको समझने के लिए भी तत्वदर्शी सन्त की जरूरत पड़ेगी और वो केवल वर्तमान में एक रामपाल जी महाराज है उनका दिया विवरण सुनो और उनके आश्रम से परमात्मा का उपदेश धारण करो।