अब मेरी नहीं वो
ना मैंने कोशिश की भूल जानें की
ना उसनें कोशिश की पास आनें की
मानते हैं जिसे हम अपनी अमानत
वो अब जागीर हैं किसी घरानें की…
ना मैंने कोशिश की भूल जानें की
ना उसनें कोशिश की पास आनें की
मानते हैं जिसे हम अपनी अमानत
वो अब जागीर हैं किसी घरानें की…