मां बाप
माँ-बाप
फाँसलें दिलों के मिटाना चाहिये
फूल होंठों पे खिलाना चाहिये
और हर चाहत होगी तेरी पूरी
मगर शीश माँ-बाप के चरणों में झुकना चाहिये
माँ-बाप
फाँसलें दिलों के मिटाना चाहिये
फूल होंठों पे खिलाना चाहिये
और हर चाहत होगी तेरी पूरी
मगर शीश माँ-बाप के चरणों में झुकना चाहिये