समझती नहीं
मेरे जज़्बातों को कुछ नहीं समझती है
मेरी खामोशी को नाराजगी समझती है।
मेरे दिल की हर धड़कन पे नाम है उसका
मगर वो सिर्फ धड़कन ही समझती है।।
शिव प्रताप लोधी
मेरे जज़्बातों को कुछ नहीं समझती है
मेरी खामोशी को नाराजगी समझती है।
मेरे दिल की हर धड़कन पे नाम है उसका
मगर वो सिर्फ धड़कन ही समझती है।।
शिव प्रताप लोधी