Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2022 · 1 min read

*जिंदादिल कहलाओ( गीत)*

जिंदादिल कहलाओ( गीत)
————————————————-
इंतजार मत करो मौत का ,जिंदादिल कहलाओ
(1)
माना घर के दरवाजे पर ,यम ने डाला डेरा
रोज लग रहा कल से ज्यों होगा सर्वत्र अँधेरा
जब तक अंतिम साँस ,आस का मन में दीप जलाओ
(2)
डरते – डरते काँप -काँप कर ,जीना भी क्या जीना
विष चखने को मिले या अमृत ,हँसकर अच्छा पीना
पल – दो पल का भी यदि जीवन , तो उसमें मुस्काओ
(3)
थक जाएगी मौत सड़क पर ,तुमको तकते- तकते
जीवित बचते हैं वह केवल ,रण में कभी न थकते
साहस संयम हर्ष निडरता ,निज हथियार बनाओ
इंतजार मत करो मौत का , जिंदादिल कहलाओ
———- ————- ———————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451

Language: Hindi
Tag: गीत
191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

#नवांकुर#
#नवांकुर#
Madhavi Srivastava
प्रेम।की दुनिया
प्रेम।की दुनिया
भरत कुमार सोलंकी
किसी को ठीक ठीक पहचानना हो तो उसे दूसरे की बुराई करते हुए सु
किसी को ठीक ठीक पहचानना हो तो उसे दूसरे की बुराई करते हुए सु
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
समय-सारणी की इतनी पाबंद है तूं
समय-सारणी की इतनी पाबंद है तूं
Ajit Kumar "Karn"
3859.💐 *पूर्णिका* 💐
3859.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ख़त्म अपना
ख़त्म अपना
Dr fauzia Naseem shad
तुझको मांग लेते हैँ
तुझको मांग लेते हैँ
Mamta Rani
खाता था मिल बैठकर , आँगन में परिवार .
खाता था मिल बैठकर , आँगन में परिवार .
RAMESH SHARMA
बिछोह
बिछोह
Shaily
दौर अच्छा आयेगा
दौर अच्छा आयेगा
Sonu sugandh
आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ....
आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ....
दीपक झा रुद्रा
आस्था के फूल
आस्था के फूल
Dr.Priya Soni Khare
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
कर्मों का है योग हो रहा,
कर्मों का है योग हो रहा,
श्याम सांवरा
रिश्ते
रिश्ते
अश्विनी (विप्र)
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत है
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत है
जगदीश लववंशी
कलश चांदनी सिर पर छाया
कलश चांदनी सिर पर छाया
Suryakant Dwivedi
"जिन्दगी बदलें"
Dr. Kishan tandon kranti
निरीक्षक
निरीक्षक
Buddha Prakash
तुम पढ़ो कि आगे बढ़ना है
तुम पढ़ो कि आगे बढ़ना है
विक्रम सिंह
अब क्या करोगे मेरा चेहरा पढ़कर,
अब क्या करोगे मेरा चेहरा पढ़कर,
Jyoti Roshni
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
पंकज परिंदा
अटल, अटल था, अटल ही रहेगा
अटल, अटल था, अटल ही रहेगा
Sudhir srivastava
सुख-शांति-न्याय-स्वप्न
सुख-शांति-न्याय-स्वप्न
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
बड़ों से आशीर्वाद और छोटों से दुलार की उम्मीद करेंगे।2।
बड़ों से आशीर्वाद और छोटों से दुलार की उम्मीद करेंगे।2।
Diwakar Mahto
गीत
गीत
विशाल शुक्ल
कलम बेचकर खा रहे
कलम बेचकर खा रहे
विनोद सिल्ला
Interest
Interest
Bidyadhar Mantry
वो मेरे हर सब्र का इम्तेहान लेती है,
वो मेरे हर सब्र का इम्तेहान लेती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
Loading...