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6 May 2022 · 1 min read

बस तुम्हारी कमी खलती है

मुस्कुराते है लब
पर आंखों में नमी रहती हैं…
सब कुछ है मेरे पास
बस तुम्हारी कमी खलती है…
– कृष्ण सिंह

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