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1 May 2022 · 1 min read

मजदूर दिवस

वो तमाम उम्र रोटी पर नमक और प्याज रख कर अपनी भूख मिटाता रहा और देश का पेट भरने को अनाज उगाता रहा। और एक अमीर आदमी डाइनिंग टेबल पर सजी चांदी की प्लेट में उसी अनाज से बनी रोटी खाता रहा और अपनी तिजोरी भरता रहा। लेकिन दोनों को अंत समय में समान रूप से क्या मिला देखिए …… “चार हाथ का कफन, चार काँधे, जलाने को लकड़ी, 1 पैकेट घी और एक माचिस की तीली” यही तो है इस जीवन का सत्य

वीर कुमार जैन

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