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1 May 2022 · 1 min read

मज़दूर की मौत

मज़दूर की मौत
अख़बार की
सुर्खी नहीं बनती!
कभी नहीं बनती!!
कहीं नहीं बनती!!!
#कार्लमार्क्स #साम्यवाद #मार्क्सवाद #श्रमिक
#जनवादीकवि #LaboursDay #इंकलाबी

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