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22 Apr 2022 · 1 min read

लिखे आज तक

शब्द मैंने तो तुम तक लिखे आज तक
मैंने कुछ एक मुक्तक लिखे आज तक
राहें आसान होतीं तो लिखते और कुछ,
हमने राहों के कंटक लिखे आज तक
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

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