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15 Apr 2022 · 1 min read

दरबारी शायर

इस देश के हालात
निहायत दर्दनाक!
अवाम की ख़ामोशी
और भी खौफ़नाक!!
ज़ुल्मतों के दौर में
किसी भी शायर का!
दरबारी हो जाना
कितना शर्मनाक!!
#बहुजनशायर #हल्ला_बोल #poetry #कवि
#FreedomOfExpression #साहित्यकार

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