Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Apr 2022 · 1 min read

बाबा साहेब जन्मोत्सव

बाबा साहेब भीमराव रामजी अम्बेडकर, पर जितने संगठन और शोध, चल रहे है, उन्हें जानकर, ऐसा लगता है, जो उनकी कार्य शैली रही,
उसको समझने में और क्रियान्वित करने में सभी असफल रहे है,

उनके विशाल व्यक्तित्व को सीमित करने का काम अवश्य दिखाई दे रहा है,
हाँ कोई भी दल/संगठन उनके नाम से , वोटों का कटोरा, लिए अवश्य घूमते नजर आते है,
उनके दर्शन और महान् वैधानिक दस्तावेज पर कोई काम करते नजर नहीं आता,
जिस तरह से उन्होंने निजी जीवन से हटकर काम किए,
उनके त्याग/सेवा/प्रेम/अहिंसा के प्रणेता, बुद्धं शरणं गच्छामि
धम्मं शरणं गच्छामि
संघं शरणं गच्छामि
के निर्णय ने सबको चौंका दिया.

Language: Hindi
Tag: लेख
7 Likes · 4 Comments · 679 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all

You may also like these posts

गुब्बारे
गुब्बारे
विजय कुमार नामदेव
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*दिल कहता है*
*दिल कहता है*
Kavita Chouhan
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
सलाह या सुझाव रूपी
सलाह या सुझाव रूपी "बीज" उसे दिया जाना चाहिए, जिसके पास उसे
*प्रणय प्रभात*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्यारा सितारा
प्यारा सितारा
श्रीहर्ष आचार्य
" संगत "
Dr. Kishan tandon kranti
आदमी और गधा
आदमी और गधा
Shailendra Aseem
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पीत वसन
पीत वसन
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
वसंत पंचमी की विविधता
वसंत पंचमी की विविधता
Sudhir srivastava
- बदलते ख्वाब -
- बदलते ख्वाब -
bharat gehlot
Rachanakaar -babiya khatoon
Rachanakaar -babiya khatoon
Babiya khatoon
भाव लिए जब तर्क तो, देव गये शमशान।
भाव लिए जब तर्क तो, देव गये शमशान।
संजय निराला
जब तुम खामोश रहती हो....
जब तुम खामोश रहती हो....
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
दूर होकर भी मुहब्बत का असर रक्खा है
दूर होकर भी मुहब्बत का असर रक्खा है
Dr fauzia Naseem shad
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
अश्विनी (विप्र)
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
Shweta Soni
कोई तो डगर मिले।
कोई तो डगर मिले।
Taj Mohammad
हास्यगीत - ओनु लुलुआ के
हास्यगीत - ओनु लुलुआ के
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बीते हुए दिन बचपन के
बीते हुए दिन बचपन के
Dr.Pratibha Prakash
स्त्री मन..
स्त्री मन..
पूनम झा 'प्रथमा'
आल्हा छंद
आल्हा छंद
Rajesh Kumar Kaurav
देखा है कभी?
देखा है कभी?
सोनू हंस
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
एक उम्मीद थी तुम से,
एक उम्मीद थी तुम से,
लक्ष्मी सिंह
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
Er.Navaneet R Shandily
ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है
ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है
Nakul Kumar
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
Loading...