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6 Apr 2022 · 1 min read

तूं हकीकत है मेरी मैं तो सिर्फ फ़साना हूं

जानेमन मैं तेरी हर अदा का दिवाना हूं
तूं शमां-ए-महफिल है मैं तेरा परवाना हूं
तुझको इस बात का अहसास हो ना हो
तूं हकीकत है मेरी मैं तो सिर्फ फ़साना हूं

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