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4 Apr 2022 · 1 min read

माता का चंद्रघंटा स्वरूप

तीसरा स्वरूप माता का चन्द्रघंटा कहलाए
आशिष माँ का जिनको मिले नैया पार लगाए
सिंह सवार होकर माँ चली मर्दन करने को
महिषासुर न जाने माँ आ रही गर्दन काटने को
असुरों का नाश करने वाली चन्द्रघंटे माता
शौर्य पराक्रम साहस को धारण करती माता
शोभित है मुख पर कान्त , अलौकिक मुस्कान
कर रही है माँ दैत्य महिशासुर का भंग मान

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