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2 Apr 2022 · 1 min read

जब दादा जी घर आते थे

सबके दिल खिल जाते थे
जब दादा जी घर आते थे
छाता लेकर हाथ में जाते
थैला लेकर हाथ में आते
देखके हमको मुस्काते थे
जब दादा जी घर आते थे
कहते थे कल शहर को जाना
बोलो बच्चो क्या क्या लाना
फिर हम सब बतलाते थे
जब दादा जी घर आते थे
मुंगफली,रेवड़ी,गज्जक लाना
या जामुन,आम,खरबूजे लाना
जो मिलता वे ले आते थे
जब दादा जी घर आते थे
दिन भर थके हारे जब आना
याद है उनके हमें पैर दबाना
प्यार से सिर वे सहलाते थे
जब दादा जी घर आते थे

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