उठा दिया है कोर्ट ने, पर्दा हिजाब से
उठा दिया है कोर्ट ने, पर्दा हिजाब से
न दीजिएगा तूल,अब तो नक़ाब से
छोड़ो बातें वेकार की,नाता रखो किताब से
सर्बोपरि हैं नियम,शिक्षण संस्थाओं के
पढ़ें आगे बढ़ें,विना विवाद के
हर चीज को धर्म से जोड़ना,वे वजह ज़हर घोलना
समाज समरसता तोड़ना, रूढ़ियों को ओढ़ना
महिला शिक्षा पर क्या असर पड़ेगा?
हर छोटे मोटे मुद्दे पर, राजनीति गढ़ेगा?
विवाद बढ़ाना, हिंदू मुस्लिम लड़ाना
शायद पेशा है, विघ्न संतोषियों का?
कौन रोक सकता है आपको
हिजाब या अपनी पोशाक पहनने से
हम पहन ही रहे हैं, पहनते भी रहेंगे
लेकिन जहां यूनीफार्म या डेकोरम है
उसकी इज्जत करना , सबका पहला धर्म है
कृपया शिक्षण संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं
महिला देश और समाज को आगे बढ़ाएं
खबरदार वे मतलब के मुद्दे न उठाएं
हिंदू मुस्लिम कर, राजनीति न चमकाएं
करना ही है समाज सेवा,तो प्रेम प्रीत फैलाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी