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15 Mar 2022 · 1 min read

होली कान्हा संग 【कुंडलिया】

होली कान्हा संग 【कुंडलिया】
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राधा जी हैं खेलतीं , होली कान्हा संग
दिव्य अलौकिक दृश्य यह ,यह परिदृश्य अनंग
यह परिदृश्य अनंग , रंग पिचकारी वाला
दिखता पीत गुलाल ,न जाने किसने डाला
कहते रवि कविराय, हटी युग-युग की बाधा
मिले प्राण से प्राण , श्याम से मिलतीं राधा
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अनंग = देह-रहित , कामदेव
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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