Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2022 · 1 min read

नया दर्द , इलाज पुराने दर्द का

नए दर्द से ही पुरना दर्द कुछ कम होगा
चारागर की दवा से भी अब क्या होगा

खुद बेचकर उसूल बना जो मुंसिफ है
मेरा फैसला इससे क्या मुंतख़ब होगा

बसा दो तुम्हीं कुछ इंसान इस बस्ती में
घूम चुका दुनियां और न अब सफर होगा

नए आफताब की गुजारिश अब कौन करे
बहुत गुज़री चुकी यहीं शाम और सहर होगा

बह जाएगी हर याद वक़्त के दरिया में
तेरे जाने के बाद, कौन सा जश्न मुल्तवी होगा

डा. राजीव जैन सागर
सागर , मध्य प्रदेश

461 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Rajeev Jain
View all

You may also like these posts

महकता इत्र
महकता इत्र
BIPIN KUMAR
"ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं
Ghanshyam Poddar
"कहने को हैरत-अंगेज के अलावा कुछ नहीं है ll
पूर्वार्थ
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
बेटियाँ अब देश में कैसे जियें।
बेटियाँ अब देश में कैसे जियें।
श्रीकृष्ण शुक्ल
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सच
सच
Neeraj Kumar Agarwal
हमारा पसंद ही तुम्हारा पसंद होता था
हमारा पसंद ही तुम्हारा पसंद होता था
Keshav kishor Kumar
गुस्सा
गुस्सा
Rekha khichi
हकीकत
हकीकत
P S Dhami
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
अदरक
अदरक
ललकार भारद्वाज
"मत भूलना"
Dr. Kishan tandon kranti
बिछोह
बिछोह
Shaily
गीत (4)
गीत (4)
Mangu singh
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
मेरी धड़कनों में
मेरी धड़कनों में
हिमांशु Kulshrestha
हर रोज याद आऊं,
हर रोज याद आऊं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
©️ दामिनी नारायण सिंह
कामवासना
कामवासना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
बापू- तेरी लाडली
बापू- तेरी लाडली
meenu yadav
गुरु
गुरु
विशाल शुक्ल
हिंदी दोहे - सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
हिंदी दोहे - सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बसेरा
बसेरा
Chitra Bisht
प्रिय दर्शन
प्रिय दर्शन
Rambali Mishra
■ आज का क़तआ (मुक्तक)
■ आज का क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय प्रभात*
* हो जाओ तैयार *
* हो जाओ तैयार *
surenderpal vaidya
सम्मान की लालसा
सम्मान की लालसा
Sudhir srivastava
आत्माभिव्यक्ति
आत्माभिव्यक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
Loading...